आजकल, डिजिटल बीपी मशीनें हर घर की ज़रूरत बन चुकी हैं, खासकर उन लोगों के लिए जिन्हें ब्लड प्रेशर की समस्या है। ये मशीनें इस्तेमाल में बेहद आसान होती हैं,
लेकिन छोटी-छोटी गलतियों की वजह से रीडिंग गलत आ सकती है। अगर आप चाहते हैं कि आपकी रीडिंग एकदम सटीक हो और आप अपने स्वास्थ्य को सही से ट्रैक कर पाएं, तो इन बातों का ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है।
इस ब्लॉग में हम आपको कुछ ऐसे महत्वपूर्ण सुझाव देंगे जो अक्सर लोग नज़रअंदाज़ कर देते हैं।
ब्लड प्रेशर मापने से पहले की तैयारी
1. सही समय चुनें: रोज़ाना एक ही समय पर बीपी मापें। सुबह उठने के बाद या शाम को एक तय समय पर मापना सबसे अच्छा होता है।
इससे आप अपने ब्लड प्रेशर के पैटर्न को बेहतर तरीके से समझ पाएंगे।
2. आराम ज़रूरी है: बीपी मापने से पहले कम से कम 5 मिनट तक शांति से बैठें। जल्दी-जल्दी में या तनाव में माप लेने से रीडिंग ज़्यादा आ सकती है।
इस दौरान बातचीत न करें और गहरी सांसें लें।
3. खाने-पीने का ध्यान रखें: बीपी मापने से कम से कम 30 मिनट पहले चाय, कॉफ़ी या किसी भी तरह के कैफीन वाले पेय पदार्थ का सेवन न करें। धूम्रपान से भी बचें, क्योंकि ये सब ब्लड प्रेशर को तुरंत बढ़ा सकते हैं।
सही तरीका और पोज़ीशन
4. सीधे बैठें: कुर्सी पर आराम से बैठें और अपनी पीठ को सीधा रखें। अपने पैरों को ज़मीन पर रखें और उन्हें क्रॉस न करें।
5. हाथ को सही जगह पर रखें: अपने हाथ को किसी टेबल या सहारे पर रखें ताकि वह आपके दिल के स्तर (heart level) पर हो। हाथ को लटका कर न मापें।
6. कफ को सही से बांधें: कफ (बांह पर लगाने वाला पट्टा) को अपनी कोहनी से 1-2 इंच ऊपर अपनी बांह पर बांधें। ध्यान रहे कि यह न तो ज़्यादा ढीला हो और न ही बहुत ज़्यादा कसा हुआ। कफ में उंगली डालने की जगह होनी चाहिए।
अक्सर होने वाली गलतियाँ और उनसे कैसे बचें
7. गलत कफ साइज़: अपनी बांह के साइज़ के हिसाब से सही कफ का इस्तेमाल करें। अगर कफ बहुत छोटा या बड़ा होगा तो रीडिंग गलत आएगी।
8. एक के बाद एक रीडिंग: अगर पहली रीडिंग सही न लगे, तो तुरंत दूसरी रीडिंग न लें। कम से कम 1-2 मिनट का इंतज़ार करें और फिर से मापें।
9. रीडिंग को समझें: मशीन पर दिखने वाले दो नंबरों को जानें:
- ऊपर वाला नंबर (सिस्टोलिक): यह बताता है कि दिल के धड़कने पर धमनियों में कितना प्रेशर है।
- नीचे वाला नंबर (डायस्टोलिक): यह बताता है कि धड़कनों के बीच में आराम के समय धमनियों में कितना प्रेशर है।
अगर आपकी रीडिंग लगातार ज़्यादा या कम आती है, तो बिना देरी किए अपने डॉक्टर से सलाह लें।
डिजिटल बीपी मशीन सिर्फ एक टूल है, जो आपके डॉक्टर की सलाह का विकल्प नहीं है।
अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें!